Saturday, 11 February 2017

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हमारी संस्कृति

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Tweet|हार-जीत का फैसलाबहुत समय पहले की बात है। आदि शंकराचार्य और मंडन मिश्र के बीच सोलह दिन तक लगातार शास्त्रार्थ चला। शास्त्रार्थ की निर्णायक थीं मंडन मिश्र की धर्म पत्नी देवी भारती। हार-जीत का निर्णय होना बाकी था, इसी बीच देवी भारती को किसी आवश्यक कार्य से कुछ समय के लिये बाहर जाना पड़ गया।
लेकिन जाने से पहले देवी भारती नें दोनों ही विद्वानों के गले में एक-एक फूल माला डालते हुए कहा, यें दोनो मालाएं मेरी अनुपस्थिति में आपके हार और जीत का फैसला करेंगी। यह कहकर देवी भारती वहाँ से चली गई। शास्त्रार्थ की प्रकिया आगे चलती रही।
कुछ देर बाद देवी भारती अपना कार्य पूरा करके लौट आई। उन्होंने अपनी निर्णायक नजरों से शंकराचार्य और मंडन मिश्र को बारी- बारी से देखा और अपना निर्णय सुना दिया। उनके फैसले के अनुसार आदि शंकराचार्य विजयी घोषित किये गये और उनके पति मंडन मिश्र की पराजय हुई थी।
सभी लोग ये देखकर हैरान हो गये कि बिना किसी आधार के इस विदुषी ने अपने पति को ही पराजित करार दे दिया। एक विद्वान नें देवी भारती से नम्रतापूर्वक जिज्ञासा की- हे ! देवी आप तो शास्त्रार्थ के मध्य ही चली गई थीं फिर वापस लौटते ही आपनें ऐसा फैसला कैसे दे दिया ?
देवी भारती ने मुस्कुराकर जवाब दिया- जब भी कोई विद्वान शास्त्रार्थ में पराजित होने लगता है, और उसे जब हार की झलक दिखने लगती है तो इस वजह से वह क्रोधित हो उठता है और मेरे पति के गले की माला उनके क्रोध की ताप से सूख चुकी है जबकि शंकराचार्य जी की माला के फूल अभी भी पहले की भांति ताजे हैं। इससे ज्ञात होता है कि शंकराचार्य की विजय हुई है।
विदुषी देवी भारती का फैसला सुनकर सभी दंग रह गये, सबने उनकी काफी प्रशंसा की।
सीख- क्रोध मनुष्य की वह अवस्था है जो जीत के नजदीक पहुँचकर हार का नया रास्ता खोल देता है। क्रोध न सिर्फ हार का दरवाजा खोलता है बल्कि रिश्तों में दरार का कारण भी बनता है। इसलिये कभी भी क्रोध को खुद पर हावी ना होने दें क्योंकि कोध्र से भ्रम पैदा होता है, भ्रम से बुद्धि व्यग्र होती है, जब बुद्धि व्यग्र होती है तब तर्क नष्ट हो जाता है, जब तर्क नष्ट होता है, तब व्यक्ति का पतन हो जाता है।टैग्स :क्रोधबुद्धि व्यग्रशंकराचार्यनम्रतापूर्वकमंडन मिश्रशास्त्रार्थ

श्रीमद्भागवत कथा - भाईश्री - लीसेस्टर । दिन 8

श्रीमद्भागवत कथा - भाईश्री - लीसेस्टर । दिन 7

श्रीमद्भागवत कथा - भाईश्री - लीसेस्टर । दिन 6

| लोकप्रिय

 
गीता के उपदेष्टा श्रीकृष्ण 
श्रीकृष्ण चैतन्य महाप्रभु और श्रीकृष्ण भक्ति 
सुनीथा की कथा (अभिभावक उपेक्षा न करें) 
औढरदानी भगवान शिव 
भगवन्नाम समस्त पापों को भस्म कर देता है (यमदूतों का नया अनुभव) 
भगवान विष्णु का स्वप्न 
मातृ- पितृ भक्त श्रवणकुमार 
देवशयनी एकादशी, जानिए कैसे करें पूजन 
मां के 51 शक्तिपीठों की एक पौराणिक कथा 
श्रीराम मर्यादा चरित्र 
गीता और वेद 
श्रीकृष्ण अवतार 
त्रिपुरुष - विज्ञान 
श्रीरामचरितमानस (लंकाकाण्ड) 
परंपरा का निर्माण 
सुदर्शन पर जगदंबा की कृपा 
चिकित्सकों के चिकित्सक भगवान शिव 
सबसे बड़ा दान क्या है ? 
गुरु का महत्त्व क्यों ? 
दक्षिणा क्यों है महत्त्वपूर्ण 
संस्कार क्या हैं ? 
धैर्य का फल 
भगवान श्रीकृष्ण 
जानिए क्या है मानस-पूजा और कैसे करें भगवान शिव की मानसपूजा 
कृष्णावतार पर वैज्ञानिक दृष्टि 
महात्मा की कृपा 
स्वामी विवेकानंद जयंती - 
अपनी नियामतें (blessings) गिनें 
जन्म - कर्म 
श्रीकृष्ण की पत्नियों तथा पुत्रों के संक्षेप से नाम निर्देश तथा द्वादश - संग्रामों का संक्षिप्त परिचय 
संसारी - व्यवसायी में भेद 
योग - वियोग 
कर्मयोग 
पर्वों और त्यौहारों का महत्त्व क्यों ? 
भगवान हनुमान के चरित्र से शिक्षा 
भगवान की एक लीला 
सत् - असत् का ज्ञान 
भगवान कौन है ? 
चक्रिक भील 
परिवर्तन ही जीवन 
व्यर्थ है मोह का बंधन 
पैसा पाने के लिए पैसा दें 
प्रेम शक्ति 
मुनिवर गौतमद्वारा कृतघ्न ब्राह्मणों को शाप 
पंचमुख तथा पंचमूर्ति 
भगवान श्रीकृष्ण और उनका दिव्य उपदेश 
विपुलस्वान मुनि और उनके पुत्रों की कथा 
श्रीराम जी और श्रीकृष्ण जी 
सदाशिव - भगवान शिव के अवतार 
आरोग्य - सुभाषित - मुक्तावली 
श्रीराधिका जी का उद्धव को उपदेश 
योगेश्वर श्रीकृष्ण 
वेदमालि को भगवत्प्राप्ति 
गणेश जी पर शनि की दृष्टि 
वेदमालिको भगवत्प्राप्ति 
कृष्णदर्शन - भगवान शिव के अवतार 
आल्हा ऊदल की कथा 
इंद्र का गर्व - भंग 
भैषज्य विज्ञान का मूल स्त्रोत - अथर्ववेद 
पूजा में यंत्रों का महत्त्व क्यों ? 
राजा खनित्र का सद्भाव 
श्रीकृष्ण - चरित्र 
भगवान शिव 
सावन के पवित्र महीनें में जानिए शिवजी के पवित्र धामों के बारें में 
भगवान शिव 
जन्म और मृत्यु क्यों ? 
राधा - भाव 
आदर्श गृहस्थ 
एक पत्नीव्रत धर्म 
भगवान शिव का अवधूतेश्वरावतार 
सुंदरकांड का धार्मिक महत्त्व क्यों ? 
परात्पर श्रीकृष्णावतार का प्रयोजन विमर्श 
हर - भगवान शिव के अवतार 
श्रीराम भक्त 
भगवान शिव का भिक्षुवर्यावतार 
अद्भुत अतिथि सत्कार 
मौत की भी मौत 
श्रीभरत जी के विशेषतर धर्म से शिक्षा 
उपदेशप्रद कहानी: सत्य की महिमा 
श्रीभरत जी के विशेषतर धर्म से शिक्षा 
भगवान शिव का सुरेश्वरावतार 
प्रतिशोध ठीक नहीं होता 
सीता शुकी संवाद 
कलियुग का पुनीत प्रताप 
कपाली - भगवान शिव के अवतार 
श्रीहरि भक्ति सुगम और सुखदायी है 
श्रीकैकेयी और सुमित्रा माता के चरित्र से शिक्षा 
भक्तवत्सलता 
शिव जी का किरात वेष में प्रकट होना 
भव - भगवान शिव के अवतार 
सत्कर्म में श्रमदान का अद्भुत फल 
भक्तों की तीन श्रेणियां 
शिव जी का हनुमान के रूप में अवतार 
नल दमयंती के पूर्व जन्म का वृतांत 
गंगावतार - भगवान शिव के अवतार 
व्रज जीवन का संगठन और तैयारी 
गुणनिधि पर भगवान शिव की कृपा 
कुवलाश्व के द्वारा जगत की रक्षा 
गायत्री मंत्र की सबसे अधिक मान्यता क्यों ? 
श्रीकृष्ण और द्रौपदी 
श्रीकृष्ण और भावी जगत 
भक्त का अद्भुत अवदान 
मन ही बंधन और मुक्ति का कारण 
श्रीलक्ष्मण जी के विशेष धर्म से शिक्षा 
वेदांतमत और वैष्णवमत 
श्री शबरी जी की भक्ति 
श्रीकृष्ण - चरण सेवन का माहात्म्य 
भगवान शिव का हरिहरात्मक रूप 
पाण्डव अर्जुन और कृष्ण मैत्री 
शिव और सती 
अर्धनारीश्वर शिव 
लोकसंग्रह और भगवान श्रीकृष्ण 
भीष्मपितामह - आदर्श चरित्र 
वसंत पंचमी के दिन क्यों होती हैं विद्या की देवी की पूजा ? 
चैतन्य महाप्रभु, वाल्मीकि और शंकराचार्य के आविर्भाव की कथा 
लोकनायक श्रीकृष्ण 
राजा विदूरथ की कथा 
सुंदरकांड का धार्मिक महत्त्व क्यों ? 
राजा राज्यवर्धन पर भगवान सूर्य की कृपा 
राम अंश 
भगवान श्रीकृष्ण एक थे या अनेक ? 
दो मित्र भक्त 
एकमात्र श्रीकृष्ण ही धन्य एवं श्रेष्ठ हैं 
भगवान भास्कर की आराधना का अद्भुत फल 
आदर्श भक्त 
छान्दोग्योपनिषद और श्रीकृष्ण 
राजा रंतिदेव 
गरुड, सुदर्शनचक्र और श्रीकृष्ण की रानियों का गर्व - भंग 
मोक्ष संन्यासिनी गोपियां 
चक्रपाणि 
भक्त अर्जुन और श्रीकृष्ण 
कर्तव्यपरायणता का अद्भुत आदर्श 
सारथ्य 
चक्रिक भील 
कर्तव्यपरायणता का अद्भुत आदर्श 
सृष्टि तथा सात ऊर्ध्व एवं सात पाताल लोकों का वर्णन 
देवी षष्ठी की कथा 
श्रीश्रीराधातत्त्व 
माता, पिता एवं गुरु की महिमा 
श्रीकृष्ण और भागवत धर्म 
श्रीराम का पत्नी प्रेम 
प्रेममय श्रीकृष्ण 
देव प्रतिमा निर्माण विधि 
मैं तो कृष्ण हो गया ! 
आंख खोलने वाली गाथा 
शिव और सती 
कीड़े से महर्षि मैत्रेय 
दरिद्रा कहां - कहां रहती है ? 
श्रीदुर्गासप्तशती के आदिचरित्र का माहात्म्य 
रक्षक प्रभु 
शिवोपासना का अद्भुत फल 
अवतार तत्त्व 
मूर्ति पूजन का तात्पर्य 
राजा भोज और महामद की कथा 
कर्म का चरित्र पर प्रभाव 
देशराज एवं वत्सराज आदि राजाओं का आविर्भाव 
भुवनकोश का संक्षिप्त वर्णन 
महर्षि सौभरि की जीवन गाथा 
भगवान श्रीकृष्ण और भावी संसार 
साधना में मनोयोग की महत्ता 
श्रीकृष्ण और भावी जगत 
कैसे करें महाशिवरात्री की पूजा 
क्यों मनाते हैं महाशिवरात्रि ? 
द्वादश ज्योतिर्लिंगों के अर्चा विग्रह - श्री सोमनाथ 
द्वादश ज्योतिर्लिंगों के अर्चा विग्रह - 2) श्री मल्लिकार्जुन 
नारद जी को विष्णु माया का दर्शन 
द्वादश ज्योतिर्लिंगों के अर्चा विग्रह - 4) श्री ओंकारेश्वर या ममलेश्वर 
श्रीशिवपंचाक्षरस्तोत्रम् 
द्वादश ज्योतिर्लिंगों के अर्चा विग्रह - 5) श्री केदारेश्वर 
द्वादश ज्योतिर्लिंगों के अर्चा विग्रह - 6) श्री भीमशंकर 
भक्त का अद्भुत अवदान 
माधुर्य रस में 
श्रीकृष्णोपदिष्ट कर्मयोग का स्वरूप 
गरुड, सुदर्शनचक्र और श्रीकृष्ण की रानियों का गर्व-भंग 
रामकृष्ण परमहंस चरित्र 
जीवन में गुरु का महत्त्व 
कर्तव्यपरायणता का अद्भुत आदर्श 
आध्यात्मिक रहस्य 
नवरात्र में कलश स्थापना (प्रतिपदा) 
नवरात्र में क्यों करें घटस्थापन ? 
मुक्ति के लिये साधन की आवश्यकता 
जाने संन्यास और गृहस्थ क्या है श्रेष्ठ ? 
जाने संन्यास और गृहस्थ क्या है श्रेष्ठ ? 
नवरात्र व्रत की कथा 
नव वर्ष का प्रारंभ प्रतिपदा से ही क्यों? 
नवरात्र व्रत की कथा 
उगादि 
कण- कण में है भगवान् 
भाव ऊंचा रहे हमारा 
आदिगुरु श्रीकृष्ण 
भगवान की न्यायकारिता एवं दयालुता 
सौरधर्म का वर्णन 
सौरधर्म का वर्णन 
श्रीदुर्गासप्तशती के आदिचरित्र का माहात्म्य 
अपना जीवन सेवा के लिए है 
सुदामा की कथा 
आध्यात्मिक रहस्य 
भक्त हनुमान 
पितृभक्त बालक पिप्पलाद 
अक्षय तृतीया का महात्म्य 
परमात्मा की शरण में है स्वर्ग 
महात्माओं का प्रभाव 
गुरुभक्ति के लिए एकलव्य का त्याग 
प्रथम पूज्य श्रीगणेश जी 
श्रीराम आदि चारों भाइयों का विवाह 
परमभक्त हनुमान् 
भगवती सती का शिव-प्रेम 
श्री हनुमान क्यों हुए सिंदूरी 
शिव और शक्ति 
तिथियों और नक्षत्रों के देवता तथा उनके पूजन का फल 
विश्वामित्र द्वारा श्रीराम को दिव्यास्त्र-दान || 
परम शैव भगवान विष्णु की शिवोपासना 
उपदेशप्रद कहानी: दान का रहस्य 
कैसे करें अक्षय तृतीया पर पूजा ताकि मिले पूरा फल 
तुलसीदल का महात्म्य 
तुलसी - एक जीवनदायक पौधा 
उपदेशप्रद कहानी: शुभचिंतन का प्रभाव 
सर्वप्रथम गणेश का ही पूजन क्यों 
माथे पर तिलक लगाने का महत्व 
निर्जला एकादशी व्रत 
राजकुमारी सुकन्या का बलिदान 
गंगा दशहरा 
अवसर की पहचान करना जरूरी... 
आखिर कहां से आया नारियल ? 
औषधीय पौधा- ग्रेट मुलेन 
शिक्षाप्रद कहानियां- जल्दबाजी का फल‬ 
हार-जीत का फैसला 
तीर्थो का महत्त्व‬ 
विनम्रता का फल 
प्रदोष व्रत का महत्त्व 
‎गिलहरी‬ का ‪‎रामसेतु‬ बनाने में योगदान 
चाणक्य की सीख‬ 
संत कबीरदास जंयती पर विशेष- कबीर दास की शिक्षा 
शिक्षाप्रद कहानियां- आत्म संतोष का गुण‬ 
शिक्षाप्रद कहानियां- रानी का हार 
आखिर क्यों दिया था माता पार्वती ने भगवान शिव, विष्णु, नारद, कार्तिकेय और रावण को श्राप!! 
शिक्षाप्रद कहानियां- सत्संग का लाभ‬ 
दुर्वाषा ऋषि के श्राप से शुरू हुई ‪समुद्र मंथन‬ की कहानी का अगला भाग 
‎धीरज‬ और ‪‎शांति‬ का महत्त्व 
समुद्र मंथन से प्राप्त दूसरा रत्न - ‪‎कामधेनु‬ 
आखिर क्यों पड़ी थी समुद्र मंथन की जरूरत... 
कैसे वृंदा ने लिया तुलसी का रूप 
भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा 
गणेश संकष्ट चतुर्थी व्रत‬ 
‎शिक्षाप्रद कहानियां- कोध्र पर विजय‬ 
आंवले के वृक्ष की उत्पत्ति 
भागीरथी गंगा 
महाभारत का कारण 
सूर्योदय क्या है? 
भगवान बुद्ध का ‪उपदेश‬ 
भगवान विष्णु का मत्स्य अवतार 
गणेश जी को दूर्वा(दूब) क्यों चढ़ाई जाती है ? 
शिक्षाप्रद कहानियां - धन का मोह 
इस बार पूरे विधि-विधान से करें सोमवती अमावस्या की पूजा ! 
कालीय नाग यमुना जी में क्यों रहता था? 
अक्षय पात्र का रहस्य 
गौतम ऋषि की पत्नी अहिल्या की कहानी 
जीवन में जरुरी है धैर्य और विनम्रता 
जाने, किस भगवान को है कौन सा पुष्प प्रिय... 
भगवान शिव के लिए माता पार्वती ने किया था घोर तप 
भक्ति की अद्भुत पराकाष्ठा की मिसाल भगवान हनुमान 
माता सीता के स्वयंवर की कथा 
हो रही है सावन की शुरुआत, ऐसे रखें सोमवार का व्रत 
क्यों मनाई जाती है गुरु पूर्णिमा, क्या है महत्त्व 
भगवान विष्णु के ‪हयग्रीवावतार‬ की कथा 
विलक्षण गुरुदक्षिणा 
सावन में सोमवार का हैं खास महत्त्व 
रुद्राभिषेक क्यों है इतना प्रभावी और महत्वपूर्ण 
क्यों प्रिय है भगवान शिव को बेलपत्र 
सावन के पवित्र महीनें में जानिए शिवजी के पवित्र धामों के बारें में 
सावन के पवित्र महीनें में जानिए शिवजी के पवित्र धामों के बारें में 
जानिए क्यों की जाती है मंदिर की परिक्रमा तथा क्या है इसका महत्त्व ? 
शिक्षाप्रद कहानियां- खुश रहने का रहस्य 
भगवान विष्णु का दूसरा अवतार- ‎कच्छपावतार‬ 
बुद्ध का ज्ञान 
भगवान गणेश 
सर्वव्यापक परमात्मा - भगवान श्रीविष्णु 
माखन लेने की अनोखी रीति 
चांद- खिलौना 
शिक्षाप्रदकहानियां‬- बुरे समय में खुद को रखे शांत ! 
शिक्षाप्रद कहानियां- सदा दुःखी रहता है समय गंवाने वाला 
जब भगवान शिव को लेना पड़ा कपाली अवतार... 
भाग्यवती मालिन 
भगवान शिव के ग्यारह रुद्र रूप 
"दशराज्ञ युद्ध" का रहस्य 
भगवान शिव के आंसुओं से हुई थी रुद्राक्ष की उत्पत्ति 
आयुर्वेद सिद्धात रहस्य में आज बात करेंगे रात्रिचर्या की। 
पितृभक्त बालक नचिकेता की कहानी 
आयुर्वेद के आठ अंग 
जानिए संकटमोचन हनुमान के जन्म की कथा 
सावन के पवित्र महीनें में जानिए शिवजी के पवित्र धामों के बारें में 
सावन के पवित्र महीनें में जानिए शिवजी के पवित्र धामों के बारें में 
हरि ॐ क्यों 
एक ऐसा तीर्थ जहां स्वयं प्रभु राम ने की थी शिव जी की आराधना 
क्या है शनि की क्रूर दृष्टि के पीछे की वजह ! 
क्या मरना भी मुहूर्त में ही? 
बुधवार को करें भगवान गणेश की पूजा! 
मनचाहे वर के लिए करें हरियाली तीज का व्रत 
शिक्षाप्रद कहानियां - सत्य की कीमत 
‎शिक्षाप्रद कहानियां‬- संकट का सामना करने के लिए साहस जरूरी 
चाणक्य नीति 
सुख-संतोष की देवी है मां संतोषी 
कर्ण की धर्मनिष्ठता 
जानिए किन चार तरह के व्यक्तियों को नींद नहीं आती 
सबसे बड़ा संयम है मौन 
कन्हैया द्वारा शालग्राम की चोरी 
भगवान गणेश के 8 अति प्राचीन मंदिर 
काशी के लोलार्क कुंड में विराजते हैं सूर्य 
मर्यादा पालन क्यों ? 
दैत्यराज विरोचन की दानशीलता 
योगमाया की भविष्यवाणी 
केवट के भाग्य 
बाल समय रबि भक्षि लियो 
चित्रकूट की अद्भुत शोभा 
गंगापुत्र देवव्रत का नाम भीष्म कैसे पड़ा? 
समुद्रोल्लंघन की तैयारी 
आखिर कैसे हुआ था भीष्म पितामह का जन्म 
जब कुबेर को खुद पर होने लगा अंहकार 
प्रेम में है अपार शक्ति 
धर्म का रहस्य 
अखंड सौभाग्य के लिए करें हरतालिका तीज व्रत 
श्री गणेश से गजानन बनने की कहानी 
कुरूपता सुंदरता के वस्त्र पहनकर चलती बनी 
भगवती के दुर्गा नाम का इतिहास 
विनम्रता में छुपा जीवन की सफलता रहस्य 
मां शैलपुत्री 
जानिए श्राद्ध में क्या है पिंड दान का महत्त्व 
जीवित्पुत्रिका या जिउतिया व्रत महिमा 
कलश स्थापना कैसे करें ? 
शाकंभरी अवतार 
मां ब्रह्मचारिणी 
मां दुर्गा का तीसरा स्वरूप- मां चंद्रघंटा 
नवरात्र का चौथा दिन मां कूष्मांडा देवी 
नवदुर्गा का पांचवां स्वरूप स्कंदमाता 
नवरात्रि के सातवें दिन होती है होती है मां कालरात्रि की पूजा 
कात्यायनी : मां दुर्गा का छठवां स्वरूप 
नवरात्र के अाठवें दिन होता है मां महागौरी का पूजन 
सिद्धिदात्री : मां दुर्गा का नौवां रूप 
विजय दशमी 
जीत हमेशा सत्य की होती है 
भावनाओं से ही तय होता है मनुष्य का भाग्य 
स्वार्थरहित होकर किया गया दान ही श्रेष्ठ 
कार्तिक मास का महत्त्व 
गलतियों को सुधारने से जीवन आदर्श बनता है। 
करवा चौथ व्रत की पूजन विधि 
करवा चौथ व्रत की कथा 
तो इसलिए पूजनीय है शमी वृक्ष 
दीर्घजीवी होने का रहस्य विनम्रता में निहित 
बिल्व वृक्ष का महत्त्व जानकर हैरान हो जाएंगे आप। 
माण्डव्य ऋषि का यमराज को श्राप 
क्यों मनाया जाता है धनतेरस का त्योहार 
चाणक्य नीति की कुछ महत्त्वपूर्ण बातें 
आपका चरित्र ही सबसे बड़ा गुण है। 
खुद कष्ट सहकर बगुले ने उपकार का बदला चुकाया 
देवउठनी एकादशी आज 
मार्गशीर्ष श्रीकृष्ण का स्वरूप 
आशीर्वाद के लिए पैर ही क्यों छुआ जाता है? 
खुशी तो मन में छुपी है। 
सेहत का राज 
आत्मा में निहित असली सौंदर्य 
संगत का असर 
सत्संग का प्रभाव 
सोते वक्त किस दिशा में रखना चाहिए सिर और पैर ? 
बर्तन से पैदा हुए थे गुरु द्रोणाचार्य 
क्यों हैं श्रीविष्णु क्षीरसागर में? 
नलकुबेर ने दिया था रावण को श्राप 
सेवा भाव सभी धर्मों से ऊपर 
ऐसे करें गणेश जी की पूजा 
पूजा-पाठ करने की सही तरीका 
पुण्यदायक है माघ स्नान 
श्रीयंत्र है मां लक्ष्मी को परम प्रिय 
क्यों मनाते है मकर संक्रांति, क्या है महत्त्व 
तिल के फायदें 
रामचरितमानस 
अनोखी शिक्षा 
शादी से समय क्यों लेते है अग्नि के सात फेरे 
कर्म की महिमा 
श्रेष्ठ कौन 
मौनी अमावस्या आज 
हर एक को अपना दु:ख सबसे बड़ा लगता है 
सरस्वती को वाणी की देवी क्यों कहते हैं? 
जानिये मां सरस्वती का जन्म कैसे हुआ.. 
जानें क्या है तुलसी के पौधे का महत्त्व 
निर्विकार भाव से मिलता है सुख 
क्षमाशीलता 
मंथरा की कुशिक्षा

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